राज्य बीमा ऋण पर ब्याज की गणना करना
राज्य बीमा ऋण की वसूली राज्य बीमा एवं प्रावधाई निधि विभाग द्वारा 36 समान किस्तों में की जाती है। अतः 01 क़िस्त पर666 माह के लिए ब्याज की गणना की जा सकती है उदहारण के लिए किसी कर्मचारी ने 36000 रुपये राज्य बीमा ऋण लिया है तो है तो उस की वसूली 1000 रुपये प्रतिमाह से हिसाब से वेतन कटौती से की जाएगी मूल ऋण कटौती के बाद ब्याज की कटौती की जाती है ब्याज की गणना यदि 1000 की क़िस्त पर 666 माह के लिए ब्याज की गणना कर ली जाए तो सही ब्याज की गणना हो जाती है –
(1000 क़िस्त x 666 माह X 9 .5 वार्षिक ब्याज दर)/1200 = 5273 रुपये ब्याज होगा। इसी प्रकार से बैंक ऋण पर भी ब्याज की गणना की जा सकती है।
अवधि की गणना =(अवधि x(अवधि+1))/2 उदहारण के लिए यदि ऋण ३६ किस्तों में कटौती की जाती है तो(36 x 37)/2 =666
यदि वसूली ६० किस्तों में हो रही हो रही है तो(60 x 61)=1830 माह के लिए 1 क़िस्त का ब्याज सम्पूर्ण ऋणब्याज के बराबर होगा।
यदि ऋण की कटौती असमान मासिक किस्तों में की गयी है तो excel utility सहायता से ब्याज की गणना की जा सकती है। Excel Utility Download करने के लिए यहाँ CLICK करें।