राजस्थान-सरकार, संस्कृत शिक्षा राजस्थान जयपुर पत्र कमांक – निसंशि / शैक्ष-6/रा.स.प.यो. / 2021/ 14165 दिनांक-01-04-2021 सत्र 2020-21 की वार्षिक परीक्षा आयोजन/ कक्षा-प्रोन्नति के संबंध में प्रावधान निम्नानुसार जारी किये है –

सत्र 2020-21 की परीक्षा आयोजन/कक्षा प्रोन्नति की शासकीय स्वीकृति अनुरूप बोर्ड कक्षाओं (कक्षा 8,10 एवं 12 ) के अतिरिक्त अन्य कक्षाओं हेतु वार्षिक परीक्षा आयोजन / कक्षा प्रोन्नति प्रावधान नियमानुसार रहेगा-

कक्षा 1 से 5

वर्तमान सत्र 2020-21 कक्षा 1 से 5 तक का पंजीकृत सभी विद्यार्थियों के उसी विद्यालय में निरंतर अध्ययन की पुष्टि उपरांत स्माइल, देववाणी एवं एक्स के माध्यम से आओं घर से सीखें कार्यक्रम में किए आकलन के अनुसार आगामी कक्षा हेतु दिनांक 01.04.2021 से कमोन्नत किया जायेगा इस हेतु किसी प्रकार की परीक्षा का अयोजन नहीं किया जायेगा।

नोट:- इस संबंध में यह ध्यान रखा जावें कि विद्यार्थी के दोहरे नामांकन की स्थिति में अंतिम प्रवेशित विद्यालय में हो आगामी कक्षा में प्रोन्नत किया जाए, चाहे यह प्रवेश आरटीई के प्रावधान अनुरूप आयु अनुसार शपथ पत्र के आधार पर किया गया हो।

कक्षा 6 एवं 7

वर्तमान सत्र 2020-21 में समस्त प्रकार के विद्यालयों में कक्षा 6 एवं 7 के सभी विद्यार्थियों हेतु परीक्षा दिनांक 15.04.2021 से 22.04.2021 तक समयावधि में विद्यालय स्तर पर आयोजित की जावेगी। अपरिहार्य स्थितियों अथवा जिले में अथवा स्थानीय अवकाश होने पर परीक्षा दिनांक 23 या 24.04.2021 को की जा सकेगी।

कक्षा 8

कक्षा 8 की परीक्षा गत सत्र की भांति बोर्ड परीक्षा के पैटर्न पर “प्रारंभिक शिक्षा पूर्णता प्रमाण पत्र परीक्षा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा नियमित समय सारणी के समानान्तर तिथियों में पंजीयक शिक्षा विभाग परीक्षाएँ बोकानेर द्वारा ली जाएगी, जिसके लिए पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षाएँ, बीकानेर द्वारा पृथक से विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए जायेगे।

कक्षा 6 व 7 आयोजित परीक्षा का परिणाम दिनांक 30.04.2021 को तथा कक्षा 9 व 11 का परीक्षा परिणाम दिनाक 09.05 2021 को जारी किया जाएगा एवं आगामी सत्र में प्रवेश दिनांक 10.05 2021 से प्रारंभ किया जाएगा।

कक्षा 1-8 के विद्यार्थियों को आगामी कक्षा में प्रोन्नति उपरात ‘बैंक टू स्कूल” कार्यक्रम के तहत गत कक्षाओं की शेष रही/ विस्मृत अधिगम संप्राप्तियों/ दक्षताओं हेतु तैयार गतिविधियों पर आधारित उपचारात्मक शिक्षण किया जाएगा।