अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस उत्सव (ब्लॉक मीना मेला)

 (1)बालिकाओं में आत्मविश्वास बढ़े, वे अपने साथियों द्वारा किये गये प्रसंशनीय कार्यों को देखें, समझें एवं एक-दूसरे से सीखें, इस हेतु प्रत्येक ब्लॉक पर मीना मेले का आयोजन किया जायेगा। प्रत्येक ब्लॉक पर कुल 15 प्रतिशत श्रेष्ठ मीना मंच वाले चयनित विद्यालय प्रतिभाग करेंगे। उक्त गतिविधि मीना मंच हेतु आयोजित की जा रही हैं, क्योंकि यह गतिविधि पूर्व सत्रों से संचालित है। उक्त मेले में प्रतिविद्यालय 5 बच्चे एवं एक सुगमकर्ता प्रतिभाग करेंगे। वित्तीय प्रावधानों की विस्तृत जानकारी पृथक से दी जायेगी।

(2)संभागी मीना-राजू मंच का चयन निम्नलिखित आधार पर किया जाये-

 (1) मंच द्वारा विद्यालय के समस्त बच्चों को सम्मिलित किया गया हो और गत दो सालों में सत्र पर्यन्त समस्त गतिविधियों का प्रभावी संचालन किया जा रहा हो ।

(2) मंच द्वारा किसी सामाजिक कुरीति का विरोध किया गया हो, जैसे बाल विवाह, बाल श्रम, छेड़छाड/उत्पीडन इत्यादि।

(3) मंच द्वारा ड्रॉप आउट /विद्यालय नहीं जाने वाली बालिकाओं को नाममांकित कराया गया हो/ उजियारी पंचायत के लक्ष्य में प्रसंशनीय सहयोग दिया गया हो।

(4) मंच द्वारा कक्षा 8 के बाद भी गत दो सत्रों में बालिकाओं को शिक्षा से जोड़े जाने का प्रसंशनीय कार्य किया गया हो।

(5) मंच के समस्त सदस्यों में आत्मविश्वास एवं जीवन कौशल परिलक्षित होता हो।

(3)उक्त ब्लॉक स्तरीय मीना-राजू मेले का आयोजन 14 नबम्बर 2018 को बाल दिवस के उपलक्ष्य पर बनाया जायेगा।

राष्ट्रीय बालिका दिवस उत्सव (जिला मीना मेला)

(1)मीना-राजू मंच और गार्गी मंच को रोल मॉडल के रूप में पूरे जिले में प्रचारित करने, एवं सक्रिय मीना मंच को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य राष्ट्रीय बालिका दिवस उत्सव पर जिले स्तर पर मीना मेले का आयोजन किया जायेगा उक्त मेले में प्रत्येक जिले पर कुल चयनित 12 मंच प्रतिभाग करेंगे जिसमें से 7 मीना मंच होने अनिवार्य हैं और 5 गार्गी मंच लिये जा सकेंगे संभागी विद्यालय से 5 बच्चे एवं एक सुगमकर्ता प्रतिभाग करेंगे। वित्तीय प्रावधानों की विस्तृत जानकारी पृथक से उपलब्ध करा दी जायेगी।

(2)संभागी मंचों का चयन ब्लॉक स्तर पर किये गये प्रस्तुतियों एवं मंच के कार्यों के आधार पर किया जा सकेगा। प्रथम स्थान पाने वाला मंच अगामी सत्र तक जिले का रोल मॉडल मीना-गार्गी मंच के रूप में जाना जायेगा मॉडल मीना मंच एवं गार्गी मंच के अनुकरणीय प्रयासों का प्रचार प्रसार WhatsApp के माध्यम से भी किया जाये जिला परियोजना समन्वयक उक्त मंच को जिले पर 26 जनवरी 2019 को सम्मानित किये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाना सुनिश्चित करेगा ।

(3)उक्त जिला स्तरीय मीना-राजू मेले का आयोजन 24 जनवरी 2019, राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य पर बनाया जायेगा।

अपेक्षित परिणाम –

1.कक्षा 5 से 8 तक की बालिकाओं में 75 प्रतिशत मासिक उपस्थिति वाली बालिकाओं की सूची प्रतिमाह बनाना और एसएमसी बैठक ऐजेण्डा में चर्चा करना।

2. कक्षा 5 से 12 तक की बालिकाओं हेतु विद्यालय में पूर्व चेतावनी प्रणाली (early warning system) बनाकर सक्रिय करना।

3. विद्यालय के प्रत्येक गतिविधि में बालिकाओं की समान भागीदारी एवं नेतृत्व हेतु कोड ऑफ कन्डक्ट लागू करना।

4. विद्यालय परिसर में ‘गरिमा पेटी’ लगी होगी जिसमें प्राप्त सुझाव /शिकायतों एवं इसके निस्तारण का लेखाजोखा मीना मंच के नेतृत्व में एसएमसी द्वारा किया जायेगा ।