राजस्थान स्कूल शिक्षा के पत्र क्रमांक रास्कृशिप/जय/ सामु गति. /बाल रमारोह/ दिशा-निर्देश / 2020-21//19264 दिनांक:15.2.2021 द्वारा बाल समारोह सत्र 2020-21 के सम्बन्ध में निम्नानुसार दिशा निर्देश जारी किये गए है –
“प्रस्तावना :-
यदि हम चाहते है कि समुदाय विद्यालयों में अपना सकारात्मक योगदान दे तो इसके लिए सर्व प्रथम यह आवश्यक है कि वे विद्यालय की तरफ आकर्षित हो और इसका सर्वोतम तरीका यह है कि अभिभावकों को उनके बच्चों द्वारा विद्यालय में की जाने वाली कुछ गतिविधियों को देखने व कुछ गतिविधियों में भाग लेने हेतु विद्यालय में आमंत्रित किया जाए। चाहे वह कोई भी व्यक्ति हो, अपने बच्चों को किसी गतिविधि में भाग लेते हुए देखना तथा बच्चों के साथ गतिविधि में भाग लेना अत्यन्त सुखद अनुभव होता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य के प्रत्येक राजकीय प्राथमिक/उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक / उच्च माध्यमिक विद्यालय में वर्ष 2020-21 में “बाल समारोह” गतिविधि आयोजित किये जाने हेतु 52426 प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालय हेतु 104.852 लाख एवं 14841 माध्यमिक /उच्च माध्यमिक विद्यालय हेतु 29.682 लाख का प्रावधान किया गया है। इस समारोह में बच्चे विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे सास्कृतिक, खेलकूद एवं साहित्यिक में भाग लेंगे तथा । अभिभावक एवं जनप्रतिनिधि बच्चों को इन प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए देखने और प्रोत्साहित करने के लिए आमंत्रित किये जायेंगे चूंकि इस गतिविधि को देखने व भाग लेने एवं बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु सभी अभिभावक, जनप्रतिनिधि एवं शिक्षक समारोह में एकत्रित होंगे अतः एसएमसी की साधारण सभा / एसडीएमसी की बैठक आयोजित करने का भी यह उपयुक्त अवसर है। अभिभावकों एवं जनप्रतिनिधियों का इस प्रकार विद्यालय में आना न केवल उनमें जागरूकता उत्पन्न करेगा बल्कि उनमें विद्यालय के प्रति अपनेपन की भावना भी उत्पन्न करेगा जिलेवार भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य परिशिष्ट- 1 पर संलग्न है ।
आयोजन की क्रियाविधिः
- बाल समारोह प्रत्येक राजकीय प्राथमिक,उच्च प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 22 मार्च, 2021 को आयोजित किये जायेंगे।
- इसमे बच्चे विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे तथा माता-पिता को बच्चों द्वारा भाग लिये जाने वाली प्रतियोगिताओं को देखने के लिए व बच्चों के साथ भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जायेगा।
- यह प्रतियोगिताएं साहित्यिक, खेलकूद एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों से सम्बन्धित होंगी। साहित्यिक प्रतियोगिताओं में वाद विवाद, आशु भाषण, निबन्ध प्रश्नोत्तरी, अंग्रेजी और हिन्दी शब्दों की अन्त्याक्षरी आदि, खेलकूद प्रतियोगिताओं में खो-खो, कबडडी, चम्मच दौड़, 100 मीटर दौड़, रूमाल झपटा आदि एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में गायन, नृत्य, ड्रामा आदि लिये जा सकते हैं।
- इनके अतिरिक्त स्थानीय स्तर पर प्रचलित अन्य खेलकूद, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक प्रतियोगिताओं को भी सम्मिलित किया जा सकता है। साहित्यिक प्रतियोगिताओं के लिए जैण्डर संवेदनशीलता, समावेशन, अनिवार्य बाल शिक्षा, स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, बाल अधिकार आदि क्षेत्रों से सम्बन्धित विषय लिये जा सकते हैं।
- प्रतियोगिता आयोजन हेतु विद्यालयों के बच्चों को तीन समूहों में बांटा जाए । जिसमें कक्षावार बच्चे सम्मिलित होंगे। जिसका विवरण निम्नानुसार है :-
क्र.सं | विद्यालय का प्रकार | प्रथम समूह | द्वितीय समूह | तृतीय समूह |
1 | प्राथमिक | कक्षा 1-2 | कक्षा 3-4 | कक्षा 5 |
2 | उच्च प्राथमिक | कक्षा 1-3 | कक्षा 4-5 | कक्षा 6-8 |
3 | माध्यमिक | कक्षा 1-5 | कक्षा 6-8 | कक्षा 9-10 |
4 | उच्च माध्यमिक | कक्षा 1-5 | कक्षा 6-8 | कक्षा 9-12 |
उक्त प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले बालक/ बालिका को 20/- के प्रतीक चिन्ह पुरस्कार के रूप में दिये जायेगें सभी प्रतियोगिताएं एवं पुरस्कार वितरण समाप्त होने के पश्चात् एसएमसी साधारण सभा / एसडीएमसी की बैठक आयोजित की जायेगी। बैठक में साधारण सभा के पिछली बैठक से अब तक कार्यकारिणी समिति द्वारा किये गये कार्यो की समीक्षा की जायेगी साथ ही बाल समारोह कार्यक्रम के बारे में अभिभावकों का फीडबैक लिया जाए। इसके अतिरिक्त अनांमाकित एवं ड्राफ्ट आउट बच्चों को शिक्षा से जोड़ना, बच्चों के विद्यालय में नियमित उपस्थिति, गृह कार्य की नियमितता, उनकी शैक्षिक प्रगति, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बाल अधिकार कार्यक्रम आदि महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाए। बैठक के मिनिट्स भी विद्यालय रिकार्ड में संधारित कर रखे जाऐें।
प्राथमिक/उच्च प्राथमिक/माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालय में व्यय विवरण
बाल समारोह आयोजन पश्चात इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके विद्यालय रिकार्ड में रखी जाए तथा उसकी एक प्रति ब्लॉक कार्यालय को प्रेषित की जाए।
प्रतिवेदन में निम्न बिन्दुओं को शामिल किया जाए :-
- बाल समारोह में उपस्थित अभिभावकों एवं जनप्रतिनिधियों की संख्या ( महिला एवं पुरूष संभागी अलग से दर्शाये)
- प्रतियोगिता हेतु नियुक्त निर्णायकों का विवरण
- सम्पूर्ण कार्यक्रम का समय विभाग चक्र।
- पुरस्कार प्राप्त करने वाले बच्चों का विवरण।
क्र.सं. | प्रतियोगिता का नाम | प्रथम समूह | द्वितीय समूह | तृतीय समूह |
प्रथम पुरस्कार | प्रथम पुरस्कार | प्रथम पुरस्कार | ||
- प्रतियोगिताओं के सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों, अभिभावकों एवं बच्चों के विचार।
- प्रतियोगिता में यदि दान/उपहार या सहयोग प्राप्त हुआ है तो उसका सम्पूर्ण विवरण एवं भविष्य में प्रतियोगिता को और प्रभावी बनाने हेतु सुझाव ।
विद्यालयों से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर बीईईओ/पीईईओ कार्यालय एक संक्षिप्त रिपोर्ट बनाकर जिला कार्यालय को प्रेषित करेंगे। इसी प्रकार जिला कार्यालय भी बीईईओ/पीईईओ ब्लॉक कार्यालयों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार कर समारोह के कुछ अच्छे फोटोग्राफ्स शामिल करके परिषद को भेजे।
विशेष ध्यान देने योग्य बिन्दु :
- समारोह हेतु निर्धारित यूनिट कॉस्ट प्राथमिक/उच्च प्राथमिक/माध्यमिक / उच्च माध्यमिक विद्यालय 200/- से अधिक किसी भी स्थिति में खर्च नहीं करेंगे। यद्यपि दानदाताओं/भामाशाहों से सहयोग लेकर समारोह को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।
- निम्न प्रपत्र में उपलब्धि की सूचना परिषद् को उपलब्ध करानी है।
बाल समारोह अवलोकन प्रपत्र परिशिष्ट- 2 पर संलग्न है ।
लेखा स्तर पर उल्लेखनीय बिन्दु :-
1. जिस मद के लिए राशि उपलब्ध कराई जा रही है व्यय उसी मद में ही किया जावे।
2. व्यय राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र निर्धारित प्रपत्र में भिजवाया जाना सुनिश्चित करें।
3. राशि का उपयोग योजना के दिशा-निर्देशों, एमएचआरडी की गाईड लाईन एवं लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम 2012 एवं नियम 2013 एवं वित्तीय नियमों की पूर्ण पालना करते हुये विहित प्रकियानुसार किया जाना सुनिश्चित किया जावे।
नोट:-गतिविधि संचालन के दौरान कोविड-19 के सन्दर्भ में चिकित्सा विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा जारी गाईडलाइन तथा राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी समस्त दिशा-निर्देशो का पूर्णता से पालन किया जाना सुनिश्चित करें।”