• 45 दिनों के अंदर जारी होंगे परीक्षा परिणाम
  • 10 कमेटी की रिपोर्ट को शिक्षा राज्य मंत्री डोटासरा ने दी हरी झंडी

शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा 10 वीं व 12 वीं के परिणाम तय करने गठित समिति की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने बुधवार को फॉर्मूला जारी कर दिया है। समिति की ओर से निर्धारित फॉर्मूले के अनुसार पिछले दो वर्षों की परीक्षाओं को आधार बनाया जाएगा। कक्षा 10 के विद्यार्थीओं के अंक निर्धारण के लिए कक्षा 8 की बोर्ड परीक्षा 2019 का अंक भार 45 प्रतिशत रहेगा। कक्षा 9 में अंतिम प्राप्तांको का अंकभार 25 प्रतिशत रहेगा। वहीं कक्षा 10 का अंकभार 10 प्रतिशत रहेगा। कक्षा 10 के अंकभार का निर्धारण विद्यालय विषय समिति द्वारा किया जाएगा। इस समिति में शाला प्रधान, कक्षाध्यापक तथा विषय अध्यापन करवाने वाला शिक्षक शामिल रहेंगे। यह समिति वर्तमान सत्र में किए गए विभिन्न डिजिटल नवाचारों जैसे स्माइल, स्माइल 2, आओ घर में सीखें, कक्षा तथा कक्षा शिक्षण में विद्यार्थियों की सतत भागीदारी तथा प्रदर्शन को देखते हुए सत्र पर्यन्त किए अवलोकन के आधार पर अंक निर्धारण करेगी। सत्रांक का अंकभार पूर्व के वर्षों के भांति 20 प्रतिशत रहेगा। वहीं कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों के अंक निर्धारण फॉर्मूले में कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा 2019 में प्राप्तांक का अंकभार 40 प्रतिशत रहेगा। कक्षा 11 में प्रदत्त अंकों का अंकभार 20 प्रतिशत रहेगा। कक्षा 12 का अंकभार 20 प्रतिशत रहेगा जिसका निर्धारण विद्यालय विषय समिति द्वारा किया जायेगा। सत्रांक का अंकभार पहले की तरह 20 प्रतिशत ही रहेगा। कक्षा 12 की प्रायोगिक परीक्षाओं के सम्बंध में समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अधिकतर विद्यालयों में प्रायोगिक परीक्षाओं का आयोजन हो चुका है तथा 40 प्रतिशत विद्यालयों में परीक्षा उपरान्त माक्र्स भी दिए जा चुके है। अब शेष रहे विद्यालयों में कक्षा 12वीं की प्रायोगिक परीक्षाएं गृह तथा चिकित्सा विभाग द्वारा आवश्यक अनुमति मिलने पर ऑनलाइन या ऑफलाइन आयोजित की जाएगी।

स्वयंपाठी विद्यार्थियों को देनी होगी परीक्षा

प्राइवेट विधार्थी या ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने श्रेणी सुधार हेतु आवेदन किया है उन्हें बोर्ड द्वारा जब भी परीक्षा का आयोजन होगा तब अवसर दिया जाएगा। समिति की ओर से तय अंक योजना में पूरक आए विद्यार्थीओं को पूरक परीक्षा का आयोजन होने पर परीक्षा देनी होगी।

परिणाम से संतुष्ट नहीं तो दे सकेंगे परीक्षा

प्राप्तांक से असंतुष्ठ विद्यार्थी, जब बोर्ड द्वारा परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, तब परीक्षा दे सकेंगे। इस हेतु वैकल्पिक परीक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया जाएगा तथा वैकल्पिक परीक्षा के ही अंको को अन्तिम परिणाम के रूप में माना जाएगा।

यह रहेगा परीक्षा परिणाम का कलैण्डर

  • प्रायोगिक परीक्षाओं प्रतिवेदन अनुमोदन: 15 दिन
  • सतत स्व: मूल्यांकन विद्यालय विकास समितिः 2 दिन
  • समिति की ओर से अंक भार देना: 15 दिन
  • विद्यालय की ओर से अंक बोर्ड तक पहुंचाना: 5 दिन
  • बोर्ड की ओर से स्व मूल्यांकन व अन्य भारांक वाली कक्षाओं के अंक विद्यालयों से लेने व मॉड्यूल अपडेट करना: 15 दिन
  • बोर्ड की ओर से सत्रांक प्राप्त करना 7 दिन
  • परीक्षा परिणाम जारी करना प्रतिवेदन अनुमोदन के 45 दिन बाद