“आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम” के अन्तर्गत 12 अगस्त, 2022 को प्रातः 10.15 बजे से राजस्थान राज्य के सभी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं द्वारा निर्धारित समयावधि में देशभक्ति के गीतों का गायन किया जाना है। यह कार्यक्रम राज्य, जिला एवं ब्लॉक तथा स्कूल स्तर पर आयोजित किया जाना है। गायन निम्न स्किप्ट के अनुसार गाया जाना है –

1. राष्ट्रगीत ( वन्दे मातरम्)

2. सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा।

3. आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिन्दुस्तान की

4. झण्डा ऊँचा रहे हमारा।

5. हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब

6. राष्ट्रगान ।

भारत का राष्ट्रीय गीत

” वन्दे मातरम् !
सुजलां सुफलां मलयजशीतला,
शस्यश्यामलाम् मातरम् ।
वंदेमातरम् वंदेमातरम्

शुभ्रज्योत्स्नापुलकितयामिनीं,
फुल्लकुसुमितद्रुमदलशोभिनीं,
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीं,
सुखदां वरदां मातरम् ।। १ ।।
वंदेमातरम् वंदेमातरम् “

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा……………..

सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्ताँ हमारा।
हम बुलबुलें हैं इसकी, यह गुलिस्ताँ हमारा ।।

ग़ुरबत में हों अगर हम, रहता है दिल वतन में ।
समझो वहीं हमें भी, दिल हो जहाँ हमारा ।। सारे….

परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का ।
वो संतरी हमारा, वो पासबाँ हमारा ।। सारे…..

गोदी में खेलती हैं, उसकी हजारों नदियाँ ।
गुलशन है जिनके दम से, रश्क-ए-जिनाँ हमारा ।। सारे…..

मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना ।
हिन्दी हैं हम वतन हैं, हिन्दोस्ताँ हमारा ।। सारे…

आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की………

आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम, वंदे मातरम

उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है
दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है
जमुना जी के तट को देखो गंगा का ये घाट है
बाट-बाट में हाट-हाट में यहाँ निराला ठाठ है
देखो ये तस्वीरें अपने गौरव की अभिमान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती हैं बलिदान की
वंदे मातरम, वंदे मातरम

ये हैं अपना राजपूताना नाज़ इसे तलवारों पे
इसने सारा जीवन काटा बरछी तीर कटारों पे
ये प्रताप का वतन पला है आजादी के नारों पे
कूद पड़ी थी यहाँ हजारों पदिमनियाँ अंगारों पे
बोल रही है कण कण से कुर्बानी राजस्थान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम, वंदे मातरम

जलियाँवाला बाग ये देखो यहीं चली थी गोलियां
ये मत पूछो किसने खेली यहाँ खून की होलियां
एक तरफ बंदूकें दन दन एक तरफ थी टोलियां
मरनेवाले बोल रहे थे इंकलाब की बोलियां
यहां लगा दी बहनों ने भी बाजी अपनी जान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम, वंदे मातरम

ये देखो बंगाल यहां का हर चप्पा हरियाला हैं
यहां का बच्चा-बच्चा अपने देश पे मरनेवाला है
ढाला है इसको बिजली ने भूचालों ने पाला है
मुट्ठी में तूफान बंधा है और प्राण में ज्वाला है
जन्मभूमि है यही हमारे वीर सुभाष महान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम, वंदे मातरम

झण्डा ऊँचा रहे हमारा…….

झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

सदा शक्ति बरसाने वाला
प्रेम सुधा बरसाने वाला
वीरो को हर्षाने वाला
मातृभूमी का तन मन सारा
मातृ भूमी का तन मन सारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

स्वतंत्रता के भीषण रण में
रख कर जोश बढ़े क्षण-क्षण में
कांपे शत्रु देख के मन में
मिट जाये भय संकट सारा
मिट जाये भय संकट सारा

झंडा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

आ. आ. आ.
आओ प्यारे वीरो आओ
देश धर्म पर बलि बलि जाओ
एक साथ सब मिलकर गाओ
प्यारा भारत देश हमारा
प्यारा भारत देश हमारा

झन्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झन्डा ऊंचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊंचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
इसकी शान न जाने पाये
चाहे जान भले ही जाये
विश्व शान्ति कर के दिखलाएं
तब होए प्रण पूर्ण हमारा
तब होए प्रण पूर्ण हमारा

झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

सदा शक्ति बरसाने वाला
प्रेम सुधा बरसाने वाला
वीरो को हरषाने वाला
मातृ भूमि का तन मन सारा
मातृ भूमि का तन मन सारा

झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

अंतर्राष्ट्रीय गीत: हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब …..

हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब एक दिन
हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास
हम होंगे कामयाब एक दिन
हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब एक दिन
हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास
हम होंगे कामयाव एक दिन

होगी शान्ति चारों
होगी शान्ति चारों ओर
होगी शान्ति चारों ओर एक दिन
हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास होगी शान्ति चारों ओर एक दिन
हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास

हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब एक दिन
हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास
हम होंगे कामयाब एक दिन

हम चलेंगे साथ साथ
डाले हाथों में हाथ
हम चलेंगे साथ साथ एक दिन
हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास
हम चलेंगे साथ साथ एक दिन

हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब एक दिन
हो हो मन में हैं विश्वास
पूरा है विश्वास
हम होंगे कामयाब एक दिन

नहीं डर किसी का आज
नहीं भय किसी का आज
नहीं डर किसी का आज के दिन
हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास
नहीं डर किसी का आज के दिन

हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाव
हम होंगे कामयाब एक दिन
हो हो मन में है विश्वास
पूरा हे विश्वास
हम होंगे कामयाय एक दिन

हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब एक दिन
हो हो मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास
हम होंगे कामयाब एक दिन

भारत का राष्ट्रगान

जन-गण-मन अधिनायक जय हे,
भारत भाग्य विधाता ।
पंजाब – सिंध – गुजरात – मराठा,
द्राविड़ – उत्कल – बंग
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा,
उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभाशीष मागे
गाहे तव जय गाथा |
जन-गण-मंगलदायक अधिनायक जय हे,
भारत भाग्य विधाता
जय हे! जय हे! जय हे ।
जय जय जय जय हे ।।