जै बजरंगी जै माँ काली,
बम बम हर हर बोलो रे बेली।
भारत रो इतिहास उजलो,
चिनोक पानो खोलो रे बेली।


यूनानी जोधो सेल्यूकस, चढ भारत पर आयो हो
पीठ उपर पड़ी गदागद, मोर जियां कुरलायो हो।
बेटी देय दायजो दीन्यो, होई जद जीवारी रे बेली।
जै बजरंगी…………………………।


अकबर हो हिरदे रो कालो, मन में कुबद बिचारी ही।
छाती पर किरणा चढ बैठी, कर में तेज कटारी ही।
पकड्या कान नाक रगड्यो,
हो होई जद जीवारी रे बेली।
जै बजरंगी…………………………..।


अमरसिंह राठौड़ सूरमो, गाळ सळावत काढी ही।
सिंह भरे दरबार दढूक्यो, नाड़ दुष्ट री बाढी ही।
छोड़ तखत शाहजहाँ ही भाग्या,
खिड़की जड़ली आडी र बेली।
जै बजरंगी………………………….।
जलियाँ वाले बाग मायने, डायर जुलम कर्यो भारी।


भरी सभा में गोलियाँ दागी, मरया घणा ही नर नारी।
उधमसिंह जद जाय बिलायत बिने गोली मारी रे बेली
जै बजरंगी………………………..।