Paternity Leave
103A. Paternity Leave : A male Government servant with less than two surviving children may be granted paternity leave (maximum two times) for a period of 15 days during confinement of his wife i.e. 15 days before to three months after childbirth and if such leave is not availed of within this period it shall be treated as lapsed.
During the period of such leave, the Government servant shall be paid leave salary equal to the pay drawn immediately before proceeding on leave. Paternity Leave shall not be debited against the leave account but such entry should be made in the service book separately and may be combined with any other kind of leave (as in the case of maternity leave).
Such leave shall not be allowed in case of miscarrige including abortion of the Government servants wife.
RSR 1951 के नियम 103A के अनुसार प्रत्येक पुरुष कार्मिक को जिसके 2 से कम संतान है, उसे अपने सम्पूर्ण सेवाकाल मे 2 बार 15 दिन का पितृत्व अवकाश मिलता है। यह अवकाश प्रोबेशनर कार्मिक को भी देय है।
उक्त अवकाश को बच्चे के जन्म (प्रसूति) से 15 दिन पूर्व और जन्म की तिथि से 3 माह की अवधि में ले सकते है। इसका निर्धारित तिथि में उपयोग नही करने से यह अवकाश लेप्स हो जाता है।
गर्भपात/गर्भस्राव होने पर पितृत्व अवकाश देय नही होता है। इस अवकाश के साथ (C L के अलावा )अन्य कोई भी अवकाश ले सकते है।
बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के साथ अवकाश का आवेदन प्रस्तुत करने पर अवकाश सेक्शन हो जायेगा इसकी सेवा पुस्तिका में अलग से एंट्री होती है परन्तु अवकाश लेखा में इंद्राज नही होता है।