जयति जय जय माँ सरस्वती, जयति पुस्तक धारणी।
जयति पद्मासना माता, जयति शुभ वर दायिनी।
जगत का कल्याण कर माँ, तुम हो विद्या दायिनी।
जयति जय जय माँ …………………………………….।


कमल आसन छोड़ दे माँ, देख जग की दुर्दशा।
शान्ति की सरिता बहादे,फिर से जग में जननी।
जयति जय जय माँ ………………………………………..।