मीना मंच का गठन कैसे हो ?

मीना मंच का गठन कैसे हो ?

            मीना मंच (Meena Manch) में विद्यालय की समस्त बालिकाएं एवं बालक सदस्य होंगे। अतः मीना मंच द्वारा आयोजित की जाने वाली चर्चाओं और गतिविधियों में समस्त बच्चे मंच के नेतृत्व में प्रतिभाग करेंगे । विद्यालय की किसी एक महिला शिक्षिका को इसके संचालन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी जो कि सुगमकर्ता कहलाएगी। सुगमकर्ता मीना मंच की गतिविधियों का संचालन स्वयं नहीं करेगी बल्कि बालिकाओं को मार्गदर्शन देगी, जिससे बालिकाएं स्वयं के स्तर पर गतिविधियों का संचालन कर सके। महिला अध्यापिका की अनुपस्थिति में ही पुरुष अध्यापक को सुगमकर्ता का भार सौंपा जा सकेगा,  किंतु पुरुष सुगमकर्ता होने की स्थिति में प्रत्येक 2 माह में आवश्यक रूप से किसी अध्यापिका या महिला अधिकारी या महिला कार्यकर्ता की विजिट विद्यालय में करानी होगी, जिससे की बालिकाएं विशेष मुद्दों पर खुलकर बात कर सके। विद्यालय में मीना मंच बनाए जाने के बाद यह स्थाई मंच रहेगा जिस का संचालन प्रत्येक वर्ष होगा और संचालन की प्रक्रिया भी निर्देशानुसार यथावत रहेगी

               मीना मंच द्वारा विभिन्न गतिविधियों के संचालन एवं विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करवाने का कार्य बालिकाओं का एक छोटा समूह करेगा, जो कि मीना मंच समिति कहलाएगा । मीना मंच समिति में विद्यालय में अध्ययनरत सक्रिय किशोरियों को सदस्य बनने हेतु प्रेरित किया जाएगा, जो अन्य बालिकाओं को लिए किसी न किसी रूप में सहायता कर रही हो यथा-

  •   बहुत दूरी से विद्यालय पहुंचने वाली बालिका,

  • नियमित विद्यालय में आने वाली बालिका,

  • पढ़ाई के लिए घरवालों को समझा-बुझाकर विद्यालय आने वाली बालिका,

  • अपनी सहेली को प्रेरित कर विद्यालय लाने वाली बालिका, 

  • उत्कृष्ट शिक्षा परिणाम वाली गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली बालिका,

  • विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लेने वाली  बालिका  आदि

समिति में बालिका एवं बालक सदस्य होंगे –

  • कक्षा 8 से 5  बालिकायें  और दो बालक,

  • कक्षा 7 से 5 बालिकाएं और दो बालक,

  • कक्षा 6 से 5 बालिकाएं और दो बालक,

  • कक्षा 5 से 3 बालिकाएं,

  • कक्षा 4 से 2 बालिकाएं,

इस प्रकार कुल 20 बालिकाएं और 6  बालक होंगे 

         यथासंभव समिति के सदस्य विद्यालय की अन्य समितियों के सदस्य भी हो ताकि समितियों के कार्य में आपसी सहयोग एवं समन्वय बना रहेयदि विद्यालय में 20 से कम बालिका विद्यालय की समस्त बालिकाओं और बालिकाओं को चालकों को सम्मिलित कर मीना मंच का गठन किया जाए