मीना मंच के उद्देश्य, गठन व कार्य प्रणाली



मीना मंच विद्यालयों में बालिकाओं के लिए एक ऐसा मंच है जो उन्हें अपनी बात को खुलकर कहने के लिए अवसर देता है यह बालिकाओं कोशिक्षा से जोड़ने, नियमित विद्यालय आने और लिंग आधारित भेदभाव के प्रति सजग रहने के लिए प्रोत्साहित करता है । परोक्ष रूप से बालिकाओं में आत्मविश्वास का विकास, समस्याओं का समाधान ढूंढने का कौशल एवं नेतृत्व क्षमता जैसी मूलभूत जीवन कौशल का विकास करने का अवसर देता है।

 उद्देश्य-

            मीना मंच का उद्देश्य  बालिकाओं को आगे बढ़ने के लिए विद्यालयों में यथोचित एवं विशेष अवसर देना है,  जिससे उनमें आत्मविश्वास बढे । जीवन कौशल का विकास हो, नेतृत्व क्षमता बढ़े और सामाजिक मसलों पर अपने स्वयं के विचार रख सके और सबसे अधिक की भी निर्बाध रुप से अपनी विद्यालय शिक्षा पूरी कर सके। मीना मंच के स्पष्ट उद्देश्य हैं-
  1 – समस्त बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ना और उनका ठहराव बनाए रखना बालिकाओं को सीखने पढ़ने लिखने एवं सह शैक्षिक गतिविधियों से जोड़ने हेतु अधिकतम अवसर सामूहिक सहयोग देना ।
2. बालिकाओं की सुरक्षा पर चर्चा करना एवं आपसी सहयोग से समाधान करना ।
3. जेंडर भेदभाव एवं सामाजिक कुरीतियों पर समझ विकसित करना और बालिकाओं को इन मुद्दों पर अपने विचार अभिव्यक्त करने हेतु एक मंच प्रदान करना।

4- बालिकाओ में सृजन लेखन  चित्रकारिता पेंटिंग आदि  कौशल  का विकास कारण। बालिकाएं अपनी कल्पना से लेखन पेंटिंग चित्रकारिता आदि कार्य करने के कौसल का विकास करती है।

5 -बालिकाओ  को महिला अधिकारों के प्रति जागृति ती पैदा करना।

6- किशोरियों को उन की संकाओं के सम्बन्ध में परिचर्चा करने हेतु मंच उपलब्ध करवाना।

7-आत्म विश्वास एवं जीवन कौशल का विकास करने के अवसर निश्चित रूप से उपलब्ध कराना बालिकाओं में नेतृत्व तथा सहयोग की भावना विकसित करना साथ ही किशोरावस्था संबंधी जिज्ञासाओं की अभिव्यक्ति एवं समाधान हेतु मंच देना 5.बालिका शिक्षा एवं विकास के लिए समुदाय को जागृत कर जागरुक करना।

8-सामुदायिक स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता पर जानकारी एवं जागरूकता फैलाना।