चाइल्ड राइट्स क्लब क्या है?
चाइल्ड राइट्स क्लब बच्चों की आवाज के रूप में कार्य करेगा ।

Child Rights Club

उददेश्य क्या है?
• बच्चों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करना।
• बाल सहभागिता को बढ़ावा देना।
• उन्हें सामाजिक मूल्यों से अवगत कराना।
• विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में सम्मिलित कर उन्हें सशक्त बनाना।
• इस के माध्यम से समाज में बदलाव के लिए बच्चों को चेन्जमेकर ( प्रेरक ) के रूप में तैयार करना।

प्रत्येक राजकीय अथवा गैर राजकीय विद्यालय/छात्रावास/गृह में अध्ययनरत/ आवासरत 5-7, 8-10, 11-14 तथा 15-18 आयु तक के अथवा कक्षा 4-5, 6-8, 9-10, 11-12 तक के बच्चों को चाइल्ड राइट्स क्लब में शामिल किया जा सकेगा। यह कि धर्म, जाति, लिंग भेद रहित होगा। समाज के सभी श्रेणियों के बच्चे इसके सदस्य बन सकेंगे।

क्लब में कितने बच्चे होंगे ?
क्लब में 25 बच्चे हो सकते हैं या क्षमता अनुसार।

क्लब का सचालन कौन होगा?
प्रधानाध्यापक सचिव/ प्रभारी/ अधीक्षक व अनुभवी स्वयंसेवी संस्था क्लब के संचालक होंगे।

क्लब की बैठक कब-कब होंगी?
प्रत्येक माह के द्वितीय एवं चतुर्थ शनिवार को।

क्या क्लब से जुड़े बच्चों को पुरस्कृत भी किया जायेगा?
हाँ।

तो कैसे?
• क्लबकी गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन करने पर।
• प्रतियोगिता कार्यक्रमों के आयोजन में भाग लेने पर।
• ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर गठित बाल संरक्षण समितियों के साथ समन्वय करने और बाल संरक्षण संबंधी गतिविधियों में भाग लेने पर।
• बाल श्रम में लगे बच्चों को मुक्त कराने, बाल विवाह रूकवाने, शोषित बच्चों की सहायता करने, भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने, स्कूल से जोड़ने, अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने पर ।

क्लब के बच्चों द्वारा की जाने वाली गतिविधियाँ:
• क्लब से जुड़े बच्चों की पहचान एवं परिचय ।
• क्लब की भूमिका पर चर्चा ।
• बाल अधिकारों पर चर्चा ।
• अध्यापक/प्रभारी महोदय द्वारा बताई गई जानकारी व फिल्म की सूचना की प्रश्नोत्तरी में उत्तर देना एवं अपने मन की बात लिखना।

इसी तरह प्रत्येक माह के दूसरे एवं चतुर्थ शनिवार को क्लब के लिए गतिविधियों का आयोजन होगा। क्लब के बच्चे अपनी तरफ से भी नवाचार करेंगे। अपने आस-पास जुड़े अस्पताल, आंगनबाड़ी केन्द ग्राम पंचायत समिति की बैठकों में भाग लेकर अन्य क्लब के बच्चों के साथ समन्वय रखेंगे।